आपको पता है की देश में गरीब सवर्ण छात्र-छात्राओं को 10 प्रतिशत शैक्षणिक आरक्षण मिला है। मगर क्या आपको पता है ये क्यों और कैसे मिला है? इस पोस्ट में हम आपको इसके बारे में असलियत बतायेंगे।
वैसे तो 10 प्रतिशत गरीब व कमजोर वर्ग को आरक्षण देकर नरेंद्र मोदी और भाजपा ने बाहबाहि लुटा लेकिन भाजपा व मोदी सरकार को इसे लागू करने के लिए आशुतोष कुमार ने मजबूर कर रखा था। यह वही आशुतोष कुमार है जिसने गरीब सवर्ण छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में उम्रसीमा और परीक्षा शुक्ल में छूट दिलाने की मांग को लेकर तिहार जेल भी गये और अभी भी मुकदमा झेल रहे हैं।
जी हाँ आपको बताऊँ साल 2020 में गरीब सवर्ण छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं में उम्रसीमा और परीक्षा शुक्ल में छूट दिलाने की मांग को लेकर राष्ट्रीय जन जन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आशुतोष कुमार के नेतृत्व में दिल्ली संसद भवन के सामने विजय चौक पर जोरदार प्रदर्शन हुआ था, जिसमें सैंकड़ों लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।
सरकार की मनसा साफ था की कैसे भी कर के इन सेकड़ों क्रांतिकारियों के अधिकार को कुचल दिया जाय। यहाँ बात सिर्फ सेकडों लोगों की हीं नहीं थी यहाँ बात थी देश के करोड़ो सवर्णों के अधिकार की। तो भला आप हीं सोचिये सवर्णों के नेता आशुतोष कुमार कैसे इसको बर्दास्त करते। उन्होंने सरकार का उनकी सवर्ण विरोधी सोच का पर्दफ़ास करते हुए अपना अधिकार मांगना नहीं छोड़ा।
अपना व्यक्तिगत लाभ को ना देखते हुए आशुतोष कुमार ने सरकार के इशारे पर पार्लियामेंट स्ट्रीट थाना द्वारा गिरफ्तार किये सेकडों क्रांतिकारियों को उक्त थाने के SHO से अन्य सभी साथियों को रिहा करने की गुजारिश करते हुए खुद के ऊपर मुकदमा ले लिया था। इस मामले में आशुतोष कुमार के अलावा राष्ट्रीय जन जन पार्टी के कानूनी सलाहकार अधिवक्ता कौशीकेश कुमार के ऊपर भी मुकदमा दर्ज हुआ था।
आपको बताएं आज भी यह मुकदमा चल रहा है और राजपा सुप्रिमों आशुतोष कुमार इसे बड़ी निडरता से झेल रहे हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक आज 22 जुलाई दिन शुक्रबार को इसी मामले में दोनों क्रांतिकारियों की पटियाला हाउस कोर्ट में पेशी थी। जज साहब ने कहा अपनी गलती स्वीकार लीजिए मुकदमा समाप्त कर देते हैं।
” दोनों क्रांतिकारि आशुतोष कुमार और कौशीकेश कुमार ने एक स्वर में जवाब दिया हमने अपने अधिकारों कि बात कर कोई गलती नहीं की है, आप अगली तारीख दीजिए हम हर तारीख पर उपस्थित रहेंगे और आगे भी अपने अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करते रहेंगे। “
बोलता है बिहार का टीम जब राजपा प्रमुख आशुतोष कुमार से बात की तो उन्होंने हार मानने या अदालत के सामने झुकने से साफ मना करते हुए उच्च स्वर में कहा – हमारे लिए हमारा लाखों का परिवार और उनके अधिकार सबसे उपर है। उन्होंने आगे कहा की मैं खुद को समाज के बेहतर भविष्य के लिए समर्पित कर दिया है।
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Ashutosh Kumar Sawarnon ka neta hai…