Mantu Sharma Murder: बीते 13 दिसंबर के रात पटना जिले के फुलवारी शरीफ में अपराधियों के गोली से मारे गए मंटू शर्मा व सुधीर शर्मा एवं घायल संजीव शर्मा के परिवारजनों से सोमवार को भूमिहार ब्राह्मण समाजिक फ्रंट का प्रतिनिधिमंडल उनके पटना स्थित सहजपुरा आवास पहुंकर मुलाकात किया।
मंटू शर्मा हत्याकांड (Mantu Sharma Murder)
इस घटना में मंटू शर्मा व सुधीर शर्मा एवं संजीव शर्मा को अपराधियों के द्वारा गोली मारा गया था जिसमें मंटू शर्मा मौके पर मारे गए थे तथा उनके पिता सुधीर शर्मा का निधन मेदांता अस्पताल दिल्ली में हो गया है। वही घर में बच्चे एकमात्र पुरुष सदस्य बुरी तरह घायल है।
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने पूरी घटनाक्रम की जानकारी घायल संजीव कुमार शर्मा से लेने के उपरांत उन्हें ढाढस बंधाया एवं इस दुख की घड़ी में फ्रंट का भरपूर साथ व सहयोग देने का उन्हें विश्वास दिलाया। फ्रंट के कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह घटना काफी गंभीर है अपराधियों के द्वारा पूरे परिवार का सफाया करने की नियत से घर पर चढ़कर गोलीबारी की गई थी।
फ्रंट की टीम शीघ्र ही बिहार के पुलिस महानिदेशक से मिलकर इस घटना का उद्भेदन करने तथा संलिप्त अपराधियों, साजिशकर्ता का शीघ्र गिरफ्तारी करने की मांग करेगी। वही कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर शर्मा ने कहा कि इस घटना की गहराई से जांच करने की आवश्यकता है। सरकार शीघ्र एसआईटी गठित कर इस घटना का जांच करावे एवं अपराधी को गिरफ्तार करें। श्री शर्मा ने कहा कि एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी पुलिस मूल हत्यारे तक नहीं पहुंच पाई है, यह काफी दुखद है।
पीड़ित परिवार से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में अजीत कुमार के अलावा फ्रंट के कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर शर्मा, महासचिव व पूर्व विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा, सारण जिला के कार्यकारी अध्यक्ष नवल किशोर पांडे आदि प्रमुख थे।
वहीं मंटू शर्मा के हत्या के बाद भूमिहार समाज के चर्चित नेता व राष्ट्रीय जन जन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशुतोष कुमार ने BMP-16 के निकट सड़क जाम कर अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की। जब तक मौके पर पुलिस प्रसाशन द्वारा कठोर कार्यवाई की आश्वासन नहीं दिया गया, तब तक आशुतोष कुमार ने सड़क जाम करके रखा।
मंटु शर्मा हत्याकांड मामले को लेकर कई घंटों तक सड़क पर आशुतोष कुमार संघर्षरत रहे। इस पर पटना ASP मनीष कुमार के द्वारा तत्काल मृतक के परिजनों को 1 अधिकारी और 4 जवान का सुरक्षा गार्ड मुहैया कराया गया। और विश्वास दिलाया गया अगले 72 घंटों के भीतर सभी हत्यारे प्रशासन की गिरफ्त में होने का आश्वासन मिला। वहीं मौके पर बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय सिंहा भी पहुँचकर घटना की जांच की मांग की।
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